क्या करें और क्या नहीं

क्या करें और क्या नहीं

महाकुम्भ २०२५, जिसे कुम्भ मेला २०२५ के नाम से भी जाना जाता है, पवित्र नगरी प्रयागराज में आयोजित होने जा रहा है। यह अद्वितीय आयोजन लाखों तीर्थयात्रियों, भक्तों और आगंतुकों को पूरी दुनिया से आकर्षित करता है। हर 12 वर्षों में आयोजित होने वाला यह मेला भारतीय आध्यात्मिक परंपराओं में गहराई से जड़ा हुआ है और इसे यूनेस्को द्वारा "अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर" के रूप में मान्यता प्राप्त है। गंगा, यमुना और रहस्यमयी सरस्वती नदियों का संगम प्रयागराज में इस आयोजन का केंद्र बिंदु है, जहाँ भक्त पवित्र जल में स्नान कर अपनी आत्मा को शुद्ध करने और आध्यात्मिक मुक्ति प्राप्त करने की आकांक्षा रखते हैं।

इस महान आयोजन की तीर्थयात्रा की योजना बनाते समय कुछ निर्देशों का पालन करना आवश्यक है ताकि आपका अनुभव सुरक्षित, सहज और आनंदमय हो। इस आयोजन के महत्व को समझने से लेकर विशाल भीड़ के लिए तैयारी करने तक, आपको सूचित और संगठित रहना आवश्यक है।

कुम्भ मेला २०२५ की तीर्थयात्रा से पहले ध्यान देने योग्य बातें

यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपका अनुभव सहज और समृद्ध हो, निम्नलिखित निर्देशों का पालन करें:

महाकुम्भ मेला के दौरान करें (Do’s):

  1. अपनी यात्रा की प्रकृति के अनुसार कपड़े और अन्य आवश्यक सामान पैक करें।
  2. यदि किसी चिकित्सा स्थिति में सहायता की आवश्यकता हो, तो डॉक्टर से परामर्श करें।
  3. कुम्भ मेला २०२५ का मुफ्त मोबाइल ऐप डाउनलोड करें ताकि अपडेट्स और मार्गदर्शन प्राप्त हो सके।
  4. केवल प्रशासन द्वारा मान्यता प्राप्त स्नान घाटों का उपयोग करें।
  5. मेला क्षेत्र के विभिन्न भागों की दूरी और यात्रा समय का ध्यान रखें।
  6. प्रयागराज में उपलब्ध सार्वजनिक परिवहन विकल्पों से परिचित हों।
  7. अस्पतालों, स्नान घाटों, रेस्तरां और आपातकालीन सेवाओं के स्थानों को चिन्हित करें।
  8. कचरा निर्धारित डस्टबिन में डालें और सड़कों पर गंदगी न करें।
  9. भीड़ में प्रभावी नेविगेशन के लिए संकेत बोर्डों का पालन करें।
  10. अपने वाहन निर्धारित पार्किंग क्षेत्रों में खड़ा करें और यातायात नियमों का पालन करें।
  11. किसी अज्ञात या संदिग्ध वस्तु को तुरंत मेला अधिकारियों को सूचित करें।
  12. लाउडस्पीकर पर दी गई घोषणाओं को सुनें और निर्देशों का पालन करें।
  13. प्रशासन और अधिकारियों के साथ सहयोग बनाए रखें।
  14. खोए हुए व्यक्ति की जानकारी नजदीकी खोया-पाया केंद्र में दें।
  15. अपने सामान और लगेज का ध्यान रखें ताकि चोरी या नुकसान से बचा जा सके।

महाकुम्भ मेला के दौरान न करें (Don’ts):

  1. महंगे गहने, लैपटॉप या अधिक नकदी साथ न रखें।
  2. अनावश्यक कपड़े या सामान पैक न करें।
  3. अजनबियों द्वारा दी गई खाने-पीने की चीजें न लें और उन पर जल्दी भरोसा न करें।
  4. भीड़भाड़ वाले इलाकों में अजनबियों के प्रति सतर्क रहें।
  5. अनजान विक्रेताओं से भोजन न लें; केवल प्रसिद्ध रेस्तरां या लोकप्रिय भोजन स्टॉल का चयन करें।
  6. मेला क्षेत्र में अनावश्यक विवादों से बचें।
  7. केवल लोकप्रिय क्षेत्रों और निर्धारित स्नान घाटों में ही रहें और सुनसान इलाकों में न जाएं।
  8. साबुन, ब्रश, डिटर्जेंट या माला जैसी वस्तुएं नदी में न डालें।
  9. संक्रामक बीमारी होने पर भीड़भाड़ से बचें।
  10. प्लास्टिक बैग का उपयोग कम करें और कागज के बैग का चयन करें।
  11. मेला प्राधिकरण द्वारा प्रदान किए गए शौचालयों का उपयोग करें और खुले में शौच न करें।